होमियोपैथी से माइग्रेन का इलाज| Say Goodbye to Migraines with Homeopathy: Natural Treatment and Prevention Tips for Lasting Relief

 माइग्रेन क्या है ? इसके प्रमुख लक्षण क्या क्या हैं? 

क्या होमियोपैथी माइग्रेन के इलाज लिए कारगर है? (is homeopathy effective for migraine?)

क्या होमियोपैथी माइग्रेन के उपचार लिए काम करती है (Does homeopathy work for migraine)? this blog contains a review of homeopathy for migraine.

migraine treatment in homeopathy

Migraine- ये एक तरह का सिरदर्द है जो sufferer की routine life पूरी तरह से disturb कर देता है। किसी भी काम में focus करना मुश्किल हो जाता है। मतलब कि सिरदर्द के कारण Patient न तो कोई काम ठीक से कर पाता है और न ही आराम।

माइग्रेन के कुछ प्रमुख लक्षण-

1. Severe Headache सिर के आधे (कभी कभी पूरे) भाग में तीव्र दर्द होना
2. Nausea & Vomiting सिर दर्द के साथ उबकाई या उलटी होना
3. धुंधला दिखना या अँधेरे में रहने का मन होना
4. छोटी -छोटी बातों पर गुस्सा, चिड़चिड़ाहट आदि

 

Migraine treatment in homeopathy- ज्यादातर लोग माइग्रेन से निदान के लिए Pain killers का उपयोग करते हैं जिससे मात्र कुछ समय के लिए दर्द में राहत मिलती है पर दवा का असर कम होते ही पुनः तीव्र सिरदर्द होने लगता है। इनका सबसे बड़ा नुकसान ये है कि अधिक समय तक प्रयोग करने से ये Pain killers दवाएं कम प्रभावी होने लगती है मतलब ये की दर्द की दवा खाने के बाद भी बेहतर आराम नहीं मिलता है और साथ ही इसके कई साइड इफ़ेक्ट भी होते हैं। माइग्रेन के उपचार के लिए होमियोपैथी एक बेहतर विकल्प है। होमिओपथिक दवाओं से माइग्रेन बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
migraine treatment in homeopathy


होमियोपैथी में माइग्रेन को ठीक करने की अनेक दवाएँ हैं। किस व्यक्ति को कौन से दवा देनी है यह उसके तकलीफ के अनुसार निर्धारित होता है। भले ही माइग्रेन एक सिरदर्द की बीमारी का नाम है लकिन हर व्यक्ति में तकलीफें अलग अलग होती हैं जैसे किसी को सिरदर्द के साथ उबकाई या उल्टी होती है, तो किसी को नहीं होती। किसी को सिरदर्द के साथ धुंधला दिखाई देने लगता है तो किसी का देखने में परेशानी नहीं होती। किसी व्यक्ति में सिर का दर्द सुबह से शुरू होकर दोपहर तक बढ़ता है और फिर घटने लगता है तो किसी को दर्द दिन भर एक जैसा बना रहता है। किसी को सिरदर्द आधे भाग में दायीं या बायीं तरफ होता है तो किसी को दर्द पूरे सिर में बना रहता है।

किसी को दर्द सिर के आगे की तरफ (Frontal) होता है तो किसी को पीछे की तरफ (Occipetal) होता है। किसी किसी को सिर का दर्द, आगे से शुरू होकर पीछे कि तरफ जाता है मतलब Forehead से की Occiput तरफ, तो किसी को पीछे से आगे की ओर। किसी को दर्द अचानक शुरू होकर थोड़ी देर बाद कम होने लग जाता है तो किसी को सिर में दर्द लगातार बना रहता है। इस विषय को यदि बढ़ाया जाय की किस व्यक्ति को कैसी कैसी तकलीफ हो सकती है तो कई पृष्ठ भरने के बाद भी बात पूरी न होगी। कहने का आशय सिर्फ इतना है कि हर व्यक्ति का सिरदर्द अलग तरह का होता है इसलिए होमियोपैथी में इतनी बारीकी से पूछताछ के बाद दवाएँ दी जाती है जिससे माइग्रेन के ठीक हो जाने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।

Best homeopathic medicines for migraine- होमियोपैथी में माइग्रेन जैसे headache के उपचार के लिए 500 से भी अधिक मेडिसिन हैं। यहीं होमियोपैथिक फिजिशियन का काम शुरू होता है कि वो इस लम्बी लिस्ट में से पेशेंट की तकलीफ के अनुसार उचित मेडिसिन का चुनाव करे जिससे उसे शीघ्रता से पूरी तरह से माइग्रेन की तकलीफ से निजात मिल सके। 

माइग्रेन को ठीक करने के लिए कुछ मेडिसिन नीचे दी गयीं हैं-

* यदि सिरदर्द केवल एक ही साईड में हो –Arsenic, China, Iris, Phosphoric-Acid, Psorinum, Pulsatilla, Sangunaria, Sepia आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि सिरदर्द एक साइड से शुरू होकर दूसरी तरफ होने लगे -Argentum-nitricum, Ferrum Metallicum, Iris, Lac-Can, Lycopodium, Natrum-Mur, Tuberculinum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि सिरदर्द केवल Right साईड में हो- Belladonna, Calceria Carb, Ignetia, IrisSabadilla, Sanguinaria, Sarsaparilla, Silicea आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

migraine treatment in homeopathy



* यदि सिरदर्द केवल Left साईड में हो- Colocynth, Lachesis, Merc Sol, Nux-Vomica, Rhododendron, Sepia, Spigelia आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि सिरदर्द Alternatively Left और Right साईड में हो- Aloe, Alumina, Arsenic, Cina, Gelsemium, Glonoine, Ignetia, Psorinum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि सिरदर्द के कारण Confusion होने लगे –Agaricus, Aurum Metalicum, Bryonia, Calceria Carb, Glonoine, Natrum-Arsenicum, Natrum-Carb, Petroleum, Stramonium, Taraxacum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि सिरदर्द 2-3 दिन तक लगातार बना ही रहे – Crocus Sativa, Ferrum Metallicum, Magnesium-Mur, Sulphur आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि सिरदर्द के समय अँधेरे में रहने का मन करे Aconite, Arnica, Belladona, Bromium, China, Lac-Defloratum, Sanguneria, Silicea, Stramonium, Zincum Mettalium आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि उपवास (Fasting) के कारण सिरदर्द होने लगे तो Arsenic-Iodum, Cactus Grandiflorus, Cistus Canadensis, Crotalus-Horridus, Elaps Corallines, Kali-Carb, Lachesis, Lycopodium, Phosphorus, Sanguneria, Silicea, Sulphur, Thuja आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

migraine treatment in homeopathy



* यदि सिरदर्द Suddenly शुरू हो और Suddenly ही कम हो जाय तो Argentum-Nitricum, Asafoetida, Belladona, Cedron, Fluoric-Acid, Ignetia,  Kali-Bichrome, Mag-Phos, Medorrhinum, Merc-Cor, Spongia, Sulphur आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

*  यदि सिरदर्द धीर-धीरे शुरू हो और धीर-धीरे कम हो तो Arnica, Baryta-Carb, Bufo rana, Kali-Bichrome, Opium, Picric-Acid, Platina, Psorinum, Sabina,  Sarsaparilla, Stannum Metalicum, Staphysagria, Strontium-Carb, Sulphuric-Acid, Syphlinum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि लेटने से सिरदर्द में आराम मिले तो Alumina, Belladona, Bryonia, Cactus Garndiflorus, China, Dulcamara, Kali-Carb,  Lac-Defloratum, Lycopodium, Mag-Carb, Nat-Mur, Nit-Acid, Nux-Vomica, Phosphorus, Silicea आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

* यदि धूप में निकलते ही सिरदर्द बढ़ जाय तो Antim-Crud, Baryta-Carb, Bromium, Bryonia, Camphora, Euphrasia, Gelsemium, Glonoin, Ignetia, Lachesis, Melilotus, Nat-Carb,  Pulstilla, Selenium, Stramonium, Veratrum-Viridae आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि सिरदर्द सूरज के साथ बढ़े और घटे (मतलब सुबह से शुरू होकर पूरा दिन बना रहे और शाम से घटने लगे) तो Aconite, Amyl-Nitrosum, Gelsemium, Glonoin, Kalmia, Nat-Carb, Nat-Mur, Phosphorus, Sanguneria, Selenium, Spigelia, Stannum met, Stramonium, Strontium-Carb आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि Vomiting होने का बाद सिरदर्द कम हो जय तो Antium-Crudum, Argentum-Nitricum, Asarum, Carcinocin, Chelidonium, Cyclamin,  Gelsemium, Glonoine, Mancinella, Opium, Raphnus Sativa, Rhus-Tox, Stannum Met, Sulphuric-Acid, Tabacum, Tuberculinum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

migraine treatment in homeopathy


यदि दाँत निकलते समय सिरदर्द हो तो - Calc-Phos, Chamomilla, Cocculus indicus, Coffea cruda, Hepar sulph, Hyoscyamus, Ignetia, Merc sol, Nitric-Acid आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि सिरदर्द पीछे से आगे की तरफ हो तो - Ambra grisea, Carbo-Veg, Chelidonium, Gelsemium, Lac-can, Lachesis, Lappa arctium, Petrolium, Rhus-tox, Sanguineria, Sarsaparilla, Silicea, Tarentula hispanica, Terebinthinae आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि सिरदर्द आगे से पीछे की तरफ हो तो -Adamas, Bismuthum, Cannabis-sativa, Cantheris, Carbolic-acid, Cenchris, Chininum-sulph, Cimicifuga, Formica rufa, Kali-bichrome, Kali-nitricum, Kalmia, Kola, Kreosotum, Lac-defloratum, Lilium-tigrinum, Merc-iod-rubrum,  Zingiber officinale आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि सिरदर्द के दौरान बार बार यूरिन पास करने का मन हो तो – Cantheris, Chininum-sulph, Cinnaberis, ugenia jambos, Ferrum-phosphoricum, Iris versicolor, Lilium-tigrinum, Moschus, Oleum-Animale, Selenium, Veratrum album, Viburnum opulus, Vipera आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि सिरदर्द के दौरान बहुत चिड़चिड़ापन हो तो - Acetic-acid, aethusa, Amonium-carb, amonium-mur, aurum-muriaticum-natronatum, calceria-iodum, calceria-phos, calceria-silicata, Chininum-arsenicosum, coca, lachnenthes tinctoria, laurocerasus, Lyssinum, mephitis, Mezerium, Niccolum met, palladium, taxus baccata, teucrium marum verum, zincum-phosphoricum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है



यदि पेट की गड़बड़ी के कारण सिरदर्द हो तो  Aesculus, Ailanthus, Alumina, Angostura Vera, Atropinum. Berberis Vulgeris,. Boric-Acid, Capscicum, Cascara-Sagrada, Caulophyllum, Cicuta Verosa, Collinsonia, Ferrum-Iod,  Gambgia, Hydrastis Can, Indgo, Kola Leptandra Virginica, Paris Quadrifolia, Phytolacca, Platina, Ptelea Trifoliate, Robinia Pseudacacia, Tuberculinum आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है

यदि पढ़ते समय सिरदर्द हो तो Agathis-Australis, Agnus Cactus, Aranea Didema, Argentum-Metalicum, Cinnabaris, Clematis Erecta, Eryngium Aquaticum, Ferrum Iod, Helonias Dioica,  Hydrogenium, Lac-Felinum, Lac-Humanum, Morphinum, Oleander, Physostigma Venenosum, Polyporus-Pinicola, Ptelia Trifoliate  आदि मेडिसिन के विषय में सोचा जा सकता है


परहेज- Finally उपचार चाहे जो करें, होमियोपैथी, आयुर्वेद, एलोपैथी या कोई अन्य पर कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें-

1.    सोने का टाइम निर्धारित करें। बार बार सोने-जागने का समय बदलने से नींद अत्यधिक प्रभावित होती है। अपने सभी कार्य सोने के टाइम के पूर्व खत्म करने का प्रयास करें।

2.    सोने के आधे घंटे पूर्व से मोबाइल का उपयोग बंद कर दें और यदि संभव हो तो मोबाइल Silent करके सोएं।

3.    यदि बहुत आवश्यक कार्य न हो तो देर तक जागने से बचें। स्वस्थ रहने के लिए प्रकृति के कुछ नियम अवश्यम्भावी रूप से मानने ही पड़ते हैं जैसे सुबह उठने का कोई विकल्प नहीं है।

4.    बेहतर हो कि सोने के कमरे में अँधेरा अथवा कम से कम प्रकाश रखें।

5.    नियमित Exercise, योग अथवा walk के लिए समय जरूर निकालें।

माइग्रेन एक तरह का सिरदर्द है, और हर तरह के सिरदर्द की ही भाँति इसमें भी में Tension की एक अहम् भूमिका होती है। इस बात को स्पष्टतः समझ लें की जब तक Life है, किसी न किसी बात की Tension तो रहेगी। tension से बचने का कोई जरिया है ही नहीं। जब भी कोई प्रॉब्लम आये तो परेशान होने की बजाय उसका समाधान खोजें और अगर कोई समाधान न मिले तो उस Problem को स्वीकार्य कर लेने में ही भलाई है। ऐसा करने से Tension कम हो जाएगी।


Dr C P Yadav
Medical Officer (Hom)
drcpyadav31@gmail.com


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