भारतवर्ष में चिकित्सा का इतिहास बहुत पुराना है। आयुर्वेद हमारे देश की और पूरे विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा पद्वतियों में से एक है। आज Allopathy का बाहुल्य है पर दवाओं के Side Effect के कारण Society को एक बेहतर विकल्प की तलाश है।
Ayurveda, Allopathy, Homeopathy, Unani आदि मुख्य
वैकल्पिक चिकित्सा पद्वतियाँ हैं पर इसके आलावा भी देश में कई अन्य उपचार विधाओं का
उपयोग किया जाता है जिनके विषय में इस लेख में बताया गया है।
स्किन प्रॉब्लम्स के लिए होमियोपैथी क्यों बेहतर ???
Some Main Medical Sciences (देश की प्रमुख चिकत्सा पद्वतियाँ )-
Allopathy- ये वर्तमान की सबसे अधिक उपयोग होने वाली मेडिकल साइंस है। इसमें Medicines और Surgery के माध्यम से बीमारियों का इलाज किया जाता है। एलोपैथी से बीमारियों की एक बड़ी रेंज का उपचार किया जाता है। अनेक खूबियों के बावजूद अँग्रेजी दवाओं से होने वाले अनेक Side Effect इसकी ख्याति पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं।
Allopathic System का पूरा Focus बीमारियों से
तात्कालिक राहत दिलाने पर रहता है इसीलिए Chronic Diseases जैसे Sugar, Thyroid,
Blood Pressure आदि के पेशेंट को जीवन पर्यन्त दवाओं पर निर्भर रहना पड़ता है।
सोरियासिस के बारे में कम्पलीट इन्फॉर्मेशन
Ayurveda- आयुर्वेद देश की परंपरागत चिकित्सा प्रणाली है और वर्षों से निरंतर जन-सामान्य द्वारा अनेक रोगों के इलाज के लिए उपयोग की जा रही है।
बेहद प्राचीन होने के उपरांत भी इस चिकित्सा प्रणाली
का Aim of Treatment बेहद Scientific और Advance है जो Mind, Body और Spirit के बीच
बैलेंस होने पर आधारित है।
इस चिकित्सा विधा (Medical Science) में Herbs,
Massage और Yoga के माध्यम से रोगों का उपचार किया जाता है। आयुर्वेद बेहद प्रभावी
और सुरक्षित है। संभवतः इसी कारण जन-सामान्य के बीच अनेक रोगों के उपचार के लिए घरेलु
उपायों के रूप में इसका उपयोग अक्सर देखने को मिल जाता है।
होमियोपैथी से माइग्रेन का इलाज
Homeopathy- वस्तुतः होमियोपैथी जर्मनी (Germany) में डा हैनिमन (Dr Hahnemann) के द्वारा विकसित की गयी चिकत्सा पद्वति है पर होमियोपैथी और आयुर्वेद में अनेक समानताएँ हैं।
वस्तुतः होमियोपैथी का मूल सिद्धांत Like
Cures Like है जिसका उपयोग आयुर्वेद में भी किया जाता है। Homeopathy में Plants,
Animals, Minerals आदि प्राकृतिक तत्वों से बनी Medicines का उपयोग किया जाता है।
Ayurveda की ही भाँति Homeopathy भी बेहद प्रभावी
और सुरक्षित चिकित्सा पद्वति है और दोनों ही असाध्य रोगों (Chronic Diseases) के उपचार में बेहद
कारगर हैं जिसके कारण जन मानस के बीच इसकी लोकप्रियता निरन्तर
बढ़ रही है।
Unani medicine- युनानी चिकित्सा पद्वति को यूनानी मेडिसिन (Unani Medicine Of Treatment) के नाम से भी जानते हैं। इस चिकिता विधा में Blood, Urine, Excretion और Human Temperament को ध्यान में रखकर रोगों का इलाज किया जाता है। इसमें उपचार के लिए Natural Ingredients से बनी मेडिसिन का उपयोग किया जाता है और Diet एवं life Style में आवश्यक बदलाव की सलाह भी दी जाती है ताकि बीमारी को दूर करने के साथ ही सेहत (Health) को को भी बेहतर बनाया जा सके।
हेयर प्रॉब्लम्स का होमियोपैथिक उपचार
Sidha (सिद्धा)- ये देश के Southern Part में शुरू हुई प्राचीन चिकिता पद्वति है। ये आयुर्वेद के सिद्धांतों पर आधारित चिकित्सा प्रणाली है जो मुख्यतः Tamil nadu Culture में Widely Practiced की जाती है और ऐसा विश्वास है कि ये 5000 वर्ष से भी अधिक पुरानी चिकित्सा विधा है।
सिद्धा में ये माना जाता है कि सभी जीवित प्राणियों (Living Beings) में Five Elements (Earth, Water, Fire, Air, Ether) अलग अलग अनुपात में पाए जाते हैं जिनके संयोग से त्रिदोष (Vat, Pitt, Kaff) बनता है। निरोगी रहने के लिए त्रिदोष का Balanced रहना बेहद आवश्यक है। इस त्रिदोष में Imbalance होना ही रोगों को जन्म देता है और उपचार की इस विधा में उपचार का Main focus, Imbalance हुए त्रिदोष को पुनः ठीक करना (Restore) है।
रोगों के निदान के लिए सिद्धा में कई तरह की Herbs से बनी Remedies, Massage और Yoga आदि का उपयोग किया जाता है। सिद्धा में स्थानीय औषधियों (local herbs & Medicinal Plants) के उपयोग पर जोर दिया जाता है क्योंकि Regional Adaptability के कारण ये ज्यादा Effective साबित होती हैं।
कुछ अन्य चिकित्सा पद्वतियाँ (Some Other Mode of treatments)-
Aromatherapy- ये एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्वति है जिसमें Essential oils की खुशबू (Aroma) के द्वारा शारीरिक और मानसिक स्थितियों को सुधरने के प्रयास किया जाता है। इस प्रक्रिया में कई तरह के प्राकृतिक तेल (Natural Essential oils) जिसमें Strong व् Pleasant fragrance होती है, का प्रयोग किया जाता है जो विभिन्न fragrance के होने के कारण अलग अलग लाभ प्रदान करते हैं।
होमियोपैथी से किसी भी बीमारी का इलाज नहीं होता है
Aromatherapy को मानसिक स्थितियों जैसे Stress,
Anxiety, Depression, Insomnia (नींद न आना) और कई तरह के दर्द (Pain) आदि का उपचार
करने में उपयोग किया जाता है।
इस Therapy में उपयोग किये जाने वाले Essential oils पौधे के विभिन्न भागों (Leaf, Flower, Root, Seed, Bark) से बनाये जाते हैं और Lavender, Peppermint, Rosemary, Tea tree, Eucalyptus, Lemon, Sandal wood, Chamomile आदि कुछ प्रमुख Essential oils हैं।
इनकी विशेष महक (Aroma) दिमाक के कुछ खास हिस्सों पर असर डालती है और कुछ बेहद महत्वपूर्ण केमिकल्स जैसे Serotonin, Endorphins आदि को Release कराती हैं जिससे पेशेंट को उसकी तकलीफों में राहत मिलती है। प्रत्येक Essential oils की अपनी Unique Scent और Healing Properties है।
Chiropractic- इस चिकित्सा विधा में Musculoskeletal System से जुडी Disorders के Diagnosis, Treatment और Prevention पर Focus किया जाता है इसलिए इसे Complementary & Alternative Medicine (CAM) भी कहते हैं।
इस चिकित्सा प्रणाली का उपयोग पेशेंट को Back Pain, Neck Pain, Headache आदि से राहत दिलाने में किया जाता है। इसे Spinal Manipulation अथवा Chiropractic Adjustment भी कहते हैं जिसमें Qualified और Trained Chiropractor अपने सधे हुए हाथों और कुछ Specific tools के जरिये पेशेंट की Joint Mobility, Muscle tension और Affected Area के सभी Functions को Normalize करने का प्रयास करता है।
Hydrotherapy- रोगों के उपचार की ये विधा सदियों से अनेक परंपराओं (Culture) में उपयोग होती रही है और इसे एक Popular Alternative Therapy के रूप में देखा जाता रहा है। इस चिकित्सा प्रणाली में उपचार (Promote Healing & Wellness) के लिए जल (Water) का उपयोग किया जाता है।
Hydrotherapy का उपयोग अनेक तरह से किया जाता है जैसे Hot Tub में बैठना, Shower लेना, Specialized Hydrotherapy Pool में बैठना इत्यादि। इसमें Treatment के लिए अलग अलग Tempressure और Pressure एवं विभिन्न Minerals या Additives युक्त जल (Water) का उपयोग किया जाता है।
Hydrotherapy के कुछ प्रमुख लाभ निम्न हैं -
Ø Arthritis
जैसी Condition में Muscle Pain एवं Joint Pain घटाने में
Ø Varicose
vain जैसी Problems में Blood Circulation
सुधारने में
Ø Water
Bath Tub के उपयोग से Stress व् Anxiety से राहत के लिए
Ø Injury
अथवा Surgery के बाद Flexibility और Range of Motion बढ़ाने में
Hydrotherapy से अनेक लाभ हैं पर High Blood Pressure, Heart Disease जैसी प्रॉब्लम से पीड़ित पेशेंट को इसका उपयोग सावधानीपूर्वक करने की सलाह दी जाती है।
Yoga (योग\ योगा)- Yoga System Of Medicine को Yoga Therapy के नाम से जानते हैं। योग के सिद्धांतों पर आधारित ये देश की प्राचीन उपचार प्रणाली है।
योग से अनेक रोगों का इलाज तो संभव है ही, पर उपचार से कहीं अधिक इसमें आरोग्य (Health) को स्थायी रखने पर फोकस जाता है मतलब नियमित योग करने वालों को बीमार होने की संभावना कम रहती है। Physical और Mental Health को Pramote करने के लिए Yoga Therapy में विभिन्न योग आसनों (Yoga postures), प्राणायाम (Breathing techniques), ध्यान (Meditation & relaxation) का उपयोग किया जाता है।
इस चिकित्सा प्रणाली से Stress, Anxiety और Depression को कम करने में भी मदद मिलती है जिससे Overall Health में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
Naturopathy- ये एक Alternative Medicine है जिसमें बॉडी की Natural Healing Tendency को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है। नेचरोपैथी में ये माना जाता है कि शरीर में रोगों को दूर करने की Innate Ability है और बॉडी की इसी Natural Process में Imbalance होने के कारण बीमारियाँ होती हैं।
Naturopathic Practitioners, हर्बल मेडिसिन, Hydropathy एवं अन्य कई Non Invasive Techniques के द्वारा रोगों के Underlying Cause को ठीक करने का प्रयास किया जाता है।
Naturopathy में सभी पेशेंट के लिए अलग अलग इलाज (Individualization) पर जोर दिया जाता है क्योंकि किसी पेशेंट को Nutritional Counseling की आवश्यकता होती है तो किसी को Lifestyle Modification की, कहीं Acupunture का उपयोग किया जाता है, तो किसी Patient को Natural Remedies से इलाज किया जाता है।
Panchkarm (पंचकर्म) - ये एक पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्वति (Traditional Ayurvedic Therapy) है जिसमें रोगों के उपचार के लिए बॉडी को Purify करने पर Focus किया जाता है। पंचकर्म एक संस्कृत शब्द है जिसका इंग्लिश मतलब Five Actions या Five Treatments होता है।
पंचकर्म में Five Steps होते हैं-
Ø वमन
(Therapeutic Vomiting)- शुद्धिकरण की इस प्रथम क्रिया में शरीर में एकत्रित Excessive
Mucous और Toxins को बाहर निकालने के लिए पेशेंट की Controlled Vomiting करायी जाती
है।
Ø विरेचन
(Purgation)- इस प्रक्रिया में Herbal Laxative का उपयोग करके शरीर की आतंरिक सफाई
कराई जाती है मतलब आंतों (intestine) में एकत्रित Waste material को बाहर निकाला जाता
है।
Ø बस्ती
(Enema Therapy)- इस प्रक्रिया में Rectum के द्वारा Herbal oils या Medicated
Water का उपयोग करके शरीर में एकत्रित हानिकारक तत्वों को बाहर निकाला जाता है।
Ø नस्या
(Nasal Therapy)- इस प्रक्रिया में कुछ विशेष Herbal oils अथवा औषधियों को नासिका (Nostril)
में डालकर एकत्रित हानिकारक तत्वों को बाहर निकाला जाता है ताकि श्वसन प्रक्रिया को बेहतर किया जा सके।
Ø रक्तमोक्षण (Bloodletting)-
इस क्रिया का उपयोग रक्त
(Blood) की कुछ मात्रा को निकालकर शरीर से टॉक्सिन(Toxins) हटाने और रक्त संचार को
सुधारने के लिए किया जाता है।
पंचकर्म का उद्देश्य शरीर से जमा हुए विषैले तत्वों (Toxins) को निकालना, त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करना और शरीर की प्राकृतिक गुणवत्ता को पुनर्स्थापित करना (Restore Body's Natural Healing Ability) है। यह Therapy, आहार, Herbal Remedies, Massage और अन्य चिकित्सा उपचारों का संयोजन है और इसका उपयोग व्यक्ति के शरीर के प्रकार और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार किया जाता है।
एलर्जी का होमियोपैथिक इलाज| Say Goodbye to Allergies with Homeopathy
पंचकर्म अक्सर अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने
के लिए एक Preventive Measure के रूप में किया जाता है साथ ही ये विधि Digestive
Disorders, Respiratory Problems, Skin Diseases, Arthritis, And Stress-Related
Disorders आदि को ठीक करने के लिए एक बेहतर उपाय है। पंचकर्म थेरेपी करवाने से पहले
आयुर्वेदिक विशेषज्ञ (Ayurvedic Practitioner) से परामर्श करना बेहद आवश्यक है।
एक्यूपंक्चर
(Acupuncture)- ये एक वैकल्पिक चिकित्सा पद्वति (Alternative Therapy) है जिसकी उत्पत्ति
हजारों साल पहले चीन में उत्पन्न हुआ थी। इसमें पतली सुईयों (Fine Needles) को
शरीर के विशेष बिंदुओं जिन्हें एक्यूपंक्चर बिंदु (Acupuncture Points) कहते हैं, पर Insert
किया जाता है। ऐसा
करके बॉडी की Natural Healing Processes और Overall Well-Being को Promote किया जाता
है।
इस
चिकित्सा पद्वति के अनुसार, Acupuncture शरीर में ऊर्जा (जिसे Qi भी कहते हैं) के Flow
को संतुलित करने से काम करता है। इन विशिष्ट एक्यूपंक्चर बिंदुओं को Stimulate
करके, Energy का बहाव नियंत्रित किया जा सकता है, जो दर्द को कम (Alleviate Pain) करने,
तनाव को कम (Reduce Stress) करने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर (Improve Overall
Health) बनाने में मदद कर सकता है।
एक्यूपंक्चर
से Chronic Pain, Headaches, Anxiety, Depression, Infertility और Digestive
Disorders आदि
Problems का उपचार किया जाता है। एक्यूपंक्चर का उपयोग
अन्य चिकित्सा विधियों, जैसे Herbal Medicine और Massage Therapy, के साथ संयुक्त
रूप से किया जाता है, जिससे इसकी प्रभावकारिता बढ़ जाती है।
Acupuncture
बहुत ही सुरक्षित चिकत्सा पद्वति है फिर भी रिस्क की संभावना को नाकारा नहीं जा सकता
है इसलिए हमेशा योग्य और कुशल Practitioner से ही Consult करना चाहिए।
डायरिया का होमियोपैथिक ट्रीटमेंट | "Natural Relief: How Homeopathy Can Help Treat Diarrhea"
सबसे बेहतर कौन (Which is best)-
जहाँ उपचार की इतनी चिकित्सा विधाएँ मौजूद हो तो इस प्रश्न का उठना स्वभाविक है कि इन सब में से सबसे बेहतर कौन है ?
इसका उत्तर देना बेहद कठिन है क्योंकि प्रत्येक Physician के लिए उसकी Medical Science बेस्ट होती है कारण कि अपनी चिकित्सा विधा को वो बारीकी से जानता और समझता है पर Reality ये है हर Medical Science की अपनी खूबिया और खामियाँ है। यदि कोई चिकित्सा विधा पूर्ण और त्रुटिहीन हो जाय तो भी इलाज परिपूर्ण नहीं हो सकता क्योंकि Physician से थोड़ी भूल (Human error) होना कभी नाकारा नहीं जा सकता है।
Medical Officer(Hom)
drcpyadav31@gmail.com
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